शनिवार, 29 अप्रैल 2023

पहला जल-विहीन शहर


 नियति ने आखिरकार ट्रिगर दबा दिया...😔

दक्षिण अफ्रीका की राजधानी शहर केपटाउन को दुनिया का पहला जल-विहीन शहर घोषित किया गया है, क्योंकि इसकी सरकार ने 14 अप्रैल, 2023 के बाद पानी की आपूर्ति करने में असमर्थता दिखाई है। अंत में दुनिया की दुखद यात्रा का यह समय किसी के भी पास आएगा, इसलिए पानी का संयम से उपयोग करें। 

पानी बर्बाद करना बंद करो। हमने रेल द्वारा लातूर को पानी भी भेजते हुए देखा है।

विश्व का केवल 2.7% जल ही पीने योग्य है।😔

 अपील !!

जैसे-जैसे आसपास के सभी बांधों में पानी का स्तर कम हुआ है, भूमिगत जल स्तर गहरा होता गया है।

एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हम पानी की बर्बादी को रोककर पानी की बचत करेंगे। आप इसे आसानी से कर सकते हैं।:-

1. कारों को रोज न धोएं।

2. आंगन को धोने में पानी कम से कम प्रयोग करें।

3.. नल को लगातार चालू न रखें।.

4. अन्य और भी कई अच्छे उपाय करके पानी बचाएं।

5. घर में टपकते नल को ठीक करें।

6. पेड़ के गमले में कम से कम पानी डालें।

आइए मिलकर इस संकट का सामना करें।

उपरोक्त संदेश .... जादू जैसा कुछ नहीं होगा, लेकिन महत्वपूर्ण समाचार फैलाने का संतोष जरूर मिलेगा और आने वाले सूखे में पानी बचाने का पुण्य पूरा होगा, चार प्यासों की प्यास बुझेगी तथा अगली पीढ़ी को भी पानी मिल सकेगा।

गुरुवार, 27 अप्रैल 2023

खुश रहने का तरीका

 


खुश रहने का सबसे आसान तरीका

1. ध्यान रखें कि खुश रहना आपकी बुनियादी जिम्मेदारी है

किसी इंसान की पहली और सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी एक खुशमिजाज प्राणी होने की है। खुश रहना जीवन का चरम पहलू नहीं है। यह जीवन का बुनियादी पहलू है। अगर आप खुश नहीं हैं, तो आप अपने जीवन में क्या कर सकते हैं ? एक बार आप खुश हों, तभी दूसरी महान संभावनाएं खुलती हैं।

चाहे आप जो भी करें, आप अपने अंदरूनी गुणों को ही विस्तार देते हैं और जगाते हैं। चाहे आप इस बात को पसंद करें या नहीं, हकीकत यही है। जब तक कि कोई महत्वपूर्ण चीज आपके भीतर घटित नहीं होती, आप दुनिया के लिए कुछ बहुत महत्वपूर्ण नहीं कर सकते। इसलिए अगर आप दुनिया के बारे में चिंतित हैं, तो पहली चीज आपको यह करनी चाहिए कि खुद को एक खुशमिजाज प्राणी में रूपांतरित करें।

2. पहचानें कि खुशी आपकी मूल प्रकृति है

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अपने जीवन में क्या कर रहे हैं, चाहे वह कारोबार हो, सत्ता, शिक्षा या सेवा, आप ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आपके भीतर कहीं गहराई में एक भावना है कि इससे आपको खुशी मिलेगी। इस धरती पर हम जो कुछ भी करते हैं, वह खुश रहने की इच्छा से करते हैं, क्योंकि यह हमारी मूल प्रकृति है। जब आप बच्चे थे, तो आप यूं ही खुश थे। वही आपकी प्रकृति है। खुशी का स्रोत आपके भीतर है, आप उसे हमेशा के लिए एक जीवंत अनुभव बना सकते हैं।

3. चीजों का महत्व पहचानें

आज सुबह, क्या आपने देखा कि सूर्य बहुत अद्भुत तरीके से उगा? फूल खिले, कोई सितारा नीचे नहीं गिरा, तारामंडल बहुत अच्छी तरह काम कर रहे हैं। सब कुछ व्यवस्थित है। आज समूचा ब्रह्मांड बहुत बढ़िया तरीके से काम कर रहा है मगर आपके दिमाग में आया किसी विचार का एक कीड़ा आपको यह मानने पर मजबूर कर देता है कि आज बुरा दिन है।

कष्ट मुख्य रूप से इसलिए होता है क्योंकि ज्यादातर इंसान इस जीवन के प्रति सही नजरिया खो बैठे हैं। उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्व की प्रक्रिया से कहीं बड़ी हो गई है या सीधे-सीधे कहें तो आपने अपनी रचना को स्रष्टा की सृष्टि से कहीं अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है। यह सारी पीड़ा का बुनियादी स्रोत है। हम इस बात की पूरी समझ खो बैठे हैं कि यहां जीवित रहने के क्या मायने हैं। आपके दिमाग में आया कोई विचार या आपके मन की कोई भावना फिलहाल आपके अनुभव की प्रकृति को तय करती है। और यह भी हो सकता है कि आपके विचार और भावना का आपके जीवन की सीमित हकीकत से कोई लेना-देना न हो। पूरी सृष्टि बहुत बढ़िया तरीके से घटित हो रही है मगर सिर्फ एक विचार या भावना सब कुछ नष्ट कर सकती है।

4. मन या दिमाग को उसके असली रूप में देखें

जिसे आप ‘मेरा मन’ कहते हैं, वह असल में आपका नहीं है। आपका अपना कोई मन नहीं है। कृपया इस पर ध्यान दें।जिसे आप ‘मेरा मन’ कहते हैं, वह बस समाज का कूड़ेदान है। कोई भी और हर कोई जो आपके पास से गुजरता है, वह आपके दिमाग में कुछ न कुछ डाल जाता है। आप वाकई यह चुन नहीं सकते कि किससे आपको चीजें ग्रहण करनी हैं और किससे नहीं करनी। अगर आप कहते हैं, ‘मुझे यह व्यक्ति पसंद नहीं है’, तो आप किसी भी और से ज्यादा उस इंसान से ग्रहण करेंगे। आपके पास कोई चारा नहीं है। अगर आपको इस बात की जानकारी हो कि उसे ठीक करके कैसे इस्तेमाल करना है, तो यह कूड़ेदान उपयोगी हो सकता है। असर और जानकारी का यह ढेर, जो आपने जमा किया है, वह सिर्फ दुनिया में जीवित रहने के लिए उपयोगी है। आप कौन हैं, इससे उसका कोई संबंध नहीं है।5. मन से अपने बुनियादी अस्तित्व की ओर बढ़ें

जब हम किसी आध्यात्मिक प्रक्रिया की बात करते हैं, तो हम मन से अपने बुनियादी अस्तित्व की ओर जाने की बात करते हैं। जीवन का संबंध इस सृष्टि से है जो यहां मौजूद है - उसे पूरी तरह जानना और उसके असली रूप में उसका अनुभव करना, अपने मनमुताबिक उसे विकृत न करना - ही जीवन है। अगर आप अस्तित्व की हकीकत की ओर बढ़ना चाहते हैं, तो सरल शब्दों में आपको बस इस बात का ध्यान रखना होगा कि जो आप सोचते हैं, वह महत्वपूर्ण नहीं है, जो आप महसूस करते हैं, वह महत्वपूर्ण नहीं है। आप जो सोचते हैं, उसका हकीकत से कोई लेना-देना नहीं है। उसका जीवन के लिए कोई बड़ा महत्व नहीं है। मन बस उन फालतू चीजों में उलझा रहता है, जो आपने कहीं और से इकट्ठा किया है। अगर आपको वह महत्वपूर्ण लगता है, तो आप कभी उसके परे नहीं देख पाएंगे।

आपका ध्यान स्वाभाविक रूप से उस दिशा में जाता है, जिसे आप महत्वपूर्ण मानते हैं। अगर आपके विचार और आपकी भावनाएं आपके लिए अहम हैं, तो स्वाभाविक रूप से आपका सारा ध्यान वहीं होगा। मगर यह सिर्फ एक मनोवैज्ञानिक हकीकत है। इसका अस्तित्व में मौजूद चीजों से कोई लेना-देना नहीं है।

कष्ट हम पर बरसाया नहीं जाता, उसे पैदा किया जाता है। और उसे बनाने वाला कारखाना आपके मन में है। अब इस कारखाने को बंद करने का समय है।

6. पाने की कोशिश न करें, अभिव्यक्त करना शुरू करें

आज हम इतने जोरशोर से खुशी की तलाश कर रहे हैं कि धरती का जीवन ही खतरे में पड़ गया है। खुशी की तलाश में न रहें। दुनिया में अपनी खुशी को अभिव्यक्त करना जानें। अगर आप मुड़कर अपने जीवन को देखें तो आपके जीवन के सबसे खूबसूरत पल वे थे जब आप अपनी खुशी को अभिव्यक्त कर रहे थे, न कि जब आप उसकी तलाश कर रहे थे।

जो आप बचाते हैं, वह कभी आपका गुण नहीं होगा। जो आप फैलाते हैं, जो आप बिखेरते हैं, वह आपका गुण होगा। अगर आप अपनी खुशी को बचा-बचा कर रखेंगे, तो जीवन के अंत में कोई ऐसा नहीं कहेगा, ‘उसने अपने अंदर खुशी का एक-एक अंश बचा कर रखा, वह बहुत खुशी के साथ मरा।’ वे कहेंगे, ‘यह भयानक प्राणी अपनी जिंदगी में कभी मुस्कुराया तक नहीं।’ लेकिन अगर आप हर दिन अपनी खुशी और प्यार को फैलाएंगे, तो लोग कहेंगे, ‘अरे वह एक खुशमिजाज और प्यार करने वाला इंसान था।’

7. मुस्कुराइए

सुबह जब आप उठते हैं, तो पहली चीज आपको यह करनी चाहिए कि आप मुस्कुराएं। किस पर? किसी पर नहीं। क्योंकि आप जगे, यह कोई छोटी बात नहीं है। लाखों लोग जो कल रात सोए थे, आज नहीं उठे, मगर आप और मैं उठे। क्या यह बहुत बढ़िया बात नहीं है कि आप जगे? इसलिए अपने जगने पर मुस्कुराइए। इसके बाद आस-पास देखिए और अगर कोई है, तो उन्हें देख कर मुस्कुराइए। बहुत सारे लोगों के साथ ऐसा हुआ कि उनका कोई प्रियजन आज सुबह नहीं जगा। आपको जो भी लोग प्यारे हैं, वे जगे। वाह! यह तो बहुत अच्छा दिन है, है न ? फिर बाहर जाइए और पेड़ों को देखिए। वे भी पिछली रात को नष्ट नहीं हुए।

बहुत से लोगों को यह अजीब लग सकता है, मगर आपको इसका महत्व तब पता चलेगा, जब आपका कोई प्रियजन सुबह नहीं उठेगा। इसका महत्व जानने के लिए तब तक का इंतजार न करें। यह कोई अजीब या हसने वाली बात नहीं है, यह सबसे कीमती चीज है – कि आप जीवित हैं और जो भी आपके लिए मायने रखता है, वह जीवित है। इस दुर्भाग्यपूर्ण रात जब इतने सारे लोग नहीं उठे और कितने सारे लोगों के प्रियजन नहीं उठे, तब आप और आपके प्रियजन उठ पाए, क्या यह शानदार चीज नहीं है? इसका महत्व समझें और कम से कम मुस्कुराएं। कुछ लोगों को प्यार से देखना सीखें।

8. खुद को याद दिलाएं

बहुत से लोगों को यह सब भूलने में बस घंटा भर लगता है और जल्दी ही उनका रेंगने वाला दिमाग किसी को काटने के लिए आतुर हो जाता है। इसलिए हर घंटे खुद को एक खुराक दें – जीवन की अहमियत याद दिलाएं। अगर आप बहुत ही संवेदनहीन हैं, तो हर आधे घंटे में खुद को याद दिलाएं। अगर आप भीषण रूप से संवेदनहीन हैं, तो खुद को हर पांच मिनट पर याद दिलाएं। अपने आप को याद दिलाने में बस दस सेकेंड लगते हैं। आप इसे बस दो सेकेंड में भी कर सकते हैं – ‘मैं जीवित हूं, तुम जीवित हो। और क्या चाहिए?’

9. जो अंदर है, उसे बदलें

वर्तमान में, आपके जीवन की गुणवत्ता उन कपड़ों से तय नहीं होती, जो आप पहनते हैं। वह आपकी शैक्षिक योग्यताओं, आपकी परिवार की स्थिति या आपके बैंक बैलेंस से तय नहीं होती। आपके जीवन की गुणवत्ता इस पर निर्भर करती है कि आप अपने भीतर कितने शांत और खुश हैं।

निश्चित रूप से जिसे भोजन नहीं मिलता और जिसके पास जीवित रहने के लिए जरूरी बुनियादी चीजों की कमी है, वह शारीरिक रूप से बहुत कष्ट में होगा। इस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। ऐसे लोगों के लिए हमें उन बुनियादी चीजों की व्यवस्था करनी होगी। मगर बाकियों के लिए, उनकी जरूरतें एक अंतहीन सूची है। आपको लगता है कि कार चला रहा आदमी सड़क पर पैदल चल रहे आदमी से ज्यादा खुश है? नहीं। आपके पास क्या है, उससे यह तय नहीं होता। यह इस पर निर्भर करता है कि वे उस समय कैसा महसूस कर रहे हैं।

10. दूसरों से तुलना करना छोड़ दें

ज्यादातर लोग इसलिए दुखी नहीं होते क्योंकि उनके पास किसी चीज की कमी होती है। वे दुखी इसलिए होते हैं क्योंकि वे खुद की तुलना किसी और से करते हैं। आप एक मोटरबाइक चला रहे हैं, आप किसी को मर्सिडीज चलाते देखते हैं और खुद को दुखी कर लेते हैं। साइकिल पर चलने वाला कोई व्यक्ति आपको मोटरबाइक पर देखता है और यह उसके लिए लिमोसीन है। पैदल चलता कोई व्यक्ति साइकिल को देखकर सोचता है, ‘अरे वाह, अगर मेरे पास सिर्फ यह साइकिल होती, तो मैं अपनी जिंदगी में क्या-क्या कर लेता।’ यह एक बेवकूफाना खेल है जो चलता रहता है।

जो लोग खुश रहने के लिए बाहरी हालात पर निर्भर रहते हैं, वे कभी अपनी जिंदगी में सच्ची खुशी नहीं महसूस कर पाएंगे। निश्चित रूप से अब समय है कि हम अपने अंदर झांकें और देखें कि हम किस तरह खुशहाली में रह सकते हैं। जीवन के अपने अनुभव से आप साफ-साफ देख सकते हैं कि सच्ची खुशी आपको तभी मिलती है, जब आपके अंतर्मन में बदलाव आता है। जब आप खुश होने के लिए बाहरी स्थितियों पर निर्भर होते हैं, तो आपको समझना चाहिए कि बाहरी हालात कभी भी सौ फीसदी आपके अनुकूल नहीं होते। जब यह हकीकत है, तो कम से कम इस एक इंसान – यानि कि आप – को उस तरह रहना चाहिए, जैसे आप रहना चाहते हैं। अगर आप अपने अंदर उस तरह होते हैं, जिस रूप में आप खुद को रखना चाहते हैं, तो आप कुदरती तौर पर खुश होंगे। यह कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसे आपको खोजना पड़े। अगर आप अपनी मूल प्रकृति में वापस चले जाते हैं, तो आप सिर्फ खुश ही रहेंगे।

बुधवार, 26 अप्रैल 2023

खुश रहने की कला

 जानिए क्या है खुश रहने की कला-

  • 1 अपनी तुलना किसी के साथ न करें 
  • 2 सोशल मिडिया के टाइम में करें कटौती 
  • 3 सीमित करें मोबाइल का प्रयोग 
  • 4 अपने शौक को समय दें
  • 5 खुद को करें डेट 
  • 6 योग-ध्यान-प्रणायाम का अभ्यास करें 
  • 7 दूसरों की मदद करें

मन को कैसे खुश रखे (khush kaise rahe):-

तो आईए आज इस लेख मे विस्तार से मन को कैसे खुश रखे ?  इसके बारे मे जानने और समझने की एक सफल आनंदायक प्रयास करते है।

1. वर्तमान समय मे जिए :- अकसर देखा गया है की बीते हुए बुरे या कठिन समय की यादें हमे अकरण ही परेशान करती है। जिन्हें वर्तमान समय मे याद करके कोई लाभ नहीं है। अत: अपने वर्तमान (Present) समय को एन्जॉय करे |

2. व्यस्त रहे और मस्त रहे :- अगर आप अपने काम को मन लगाकर करेंगे तो निश्चित रूप से आपका मन एकाग्रचित रहेगा | और जब मन एकाग्र होता है तो ख़ुशी की अनुभूति होती है।

3. मैडिटेशन और योग करे :- नियमित रूप से योग और मैडिटेशन (ध्यान क्रिया) से आपका तनाव का स्तर कम होता है और शरीर और मन बहुत हल्का और प्रसन्न महसूस करता है। ध्यान करने से आप के मस्तिष्क को बहुत आराम मिलता है

4. अपने आत्म-विश्वास को बढ़ाए :- कोई भी निर्णय लेने की क्षमता आपके आत्म-विश्वास (Confidence level) पर निर्भर करती है। और आत्म-विश्वास ज्ञान और अनुभव से आता है। आत्म –विश्वास के साथ लिया हुआ निर्णय मन को हमेशा एकाग्र और शांत रखता है।

5. चहरे पर हमेशां मुस्कराहट रखे :- एक खुशनुमा व्यक्ति ही खुशनुमा माहौल बनाता है और एक छोटी सी मुस्कराहट इसके लिए काफी है। अत: कोशिश करे जब भी किसी से मिले गरमजोशी और मुस्कराते हुए मिले|

6. सीखने की ललक रखे :- एक सफ़ल व्यक्ति को देख कर अकसर हम ये सोचते है कि उसने तो जीवन मे सफलता हासिल कर ली, पर मैं नहीं कर पाया | और इस बात से हम उदास हो जाते है। जो की बिल्कुल भी सही नही ,बल्कि हमें उस सफल व्यक्ति से सीखना चाहिए की उसने कैसे उन सभी समस्यों का निवारण करके लक्ष्य को प्राप्त किया है।

7. अपनी तुलना कभी भी दुसरों से ना करे :- हर व्यक्ति की क्षमता और मिज़ाज अलग-अलग होता है। अत: किसी कार्य मे आप अच्छे हो सकते है और किसी कार्य मे कोई ओर | इसलिए अपने लक्ष्य, अपनी क्षमता और रूचि के हिसाब से क्रमबद्ध तरीके से बनाये और उन्हें पाने के लिए ख़ूब मेहतन करे | और अपने आप से संतुष्ट रहे | अगर आप ऐसा करते है तो आप को कभी भी खुश कैसे रहे (khush kaise rahe)जैसे सवाल का जवाब नहीं ढूढना पड़ेगा |

8. दुसरों मे अच्छाई देखे :- अपना मिजाज कुछ ऐसा बनाए की हमेशा दूसरों की अच्छी बातों को नोटिस करे और उनकी तारीफ जरुर करे | इससे आपसी मित्रता और सामंजस्य बढ़ता है। और अगली बार फिर से मिलने पर आपको अच्छा महसूस होगा |

9. अपनी सबसे पसंदीदा हॉबी को एन्जॉय करे :- मन को खुश रखने के लिए अपनी हॉबी को जरुर समय दे | क्योंकि यही वो समय होता है जो दिन-भर की थकान को दूर करके मन और शरीर को फिर से तरोतज़ा कर देता है।

10. दुसरों से ज्यादा उम्मीद ना रखे :- अगर हमेशा खुश रहना (hamesha khush rehnaहै तो दुसरों पर कम से कम निर्भर रहे | क्योंकि आप की अपेक्षा को आप से अच्छा कोई ओर नहीं समझ सकता है।

11. समस्यों से घबराये नहीं :- समस्यों को जीवन एक अहम् हिस्सा माने | समस्यों से घबराने की बजाय इन समस्यों से परिपक्वता के गुण ज़रूर सीखये | क्योंकि एक दौड़ (Race) मे विजय पाने के लिए hurdles (बाधाओं) को पार करने के बाद ही फिनिशिंग पॉइंट तक पंहुच पाते है।

12. प्रेरणादायक लोगों के संपर्क मे रहे :- आपने एक मशहूर कहावत ज़रूर सुनी होगी “खरबूजे को देख कर खरबूजा रंग बदलता है” ठीक उसी तरह आप जिस माहौल मे रहते है आपका मिजाज भी वैसा ही हो जाता है। अत: मन को खुश रखने के लिए अधिक से अधिक प्रेरणादायक और मोटिवेशनल लोगों और माहौल मे अपना समय हँसी-ख़ुशी के साथ व्यतित करे |

13. अपनी तारीफ ज़रूर करे :- जब भी किसी काम को शुरू करे अपनी स्वयं की हौसला हाफजाई ज़रूर करे | क्योंकि सेल्फ मोटिवेशन उत्साह और उमंग बढ़ाने मे सबसे ज्यादा कारागार है।

14. अपनी सोच क्रिएटिव और बड़ी बनाए :- हमेशा कुछ नया और नए तरीके से करने की कोशिश करे | इससे आप को कभी किसी कार्य मे बोरियत नहीं होगी | और आप हर कार्य को ख़ुशी और उत्साह के साथ कर पायेंगे |

15. ऊर्जावान संतुलित भोजन खाए :- स्वस्थ शरीर मे ही एक स्वस्थ मन का निवास होता है और स्वस्थ शरीर के लिए ऊर्जावान संतुलित भोजन अत्यंत आवशयक है। आपका मनपसन्द भोजन आपका मन खुश कर देता है।

16. सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंद की मदद करे :– जब भी किसी निर्धन या जरूरतमंद की मदद करते है तो मन को बहुत सुकुन मिलता है। अत: अपने सामर्थ्य अनुसार समय समय पर दान ज़रूर करे |

17. दुःख को कभी पहाड़ ना समझे :- जीवन मे सुख और दुःख आते-जाते रहते है और यह इस विधि का विधान भी है। अत: दुःख को हमेशा एक तुच्छ सी समस्या मानने से दुःख मे भी सुख की अनुभूति की जा सकती है।

18. अतित मे की गई भूल को फिर से करने से बचे :- गलती करना मनुष्य का स्वाभाव है परन्तु एक बार की गई गलतियों से सबक ज़रूर ले और वर्त्तमान समय मे उन्हे करने से बचे | यही गुण हमेशा खुश रहने का आधार है।

19. किसी भी काम को छोटा ना समझे :- कर्म ही पूजा है और कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है अगर ऐसा समझ कर आप किसी काम को पूरी निष्ठा से करते है। तो मन को बहुत ख़ुशी और सुकुन मिलता है।

20. अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय व्यतित करना खुश रहने के मूल मंत्र है।

21. सुबह के समय प्राकृतिक वातावरण मे रहे :- अगर आप हरे-भरे पेड़ या हरियाली वाली जगह पर रहते है तो आपका मन ज्यादा खुश रहता है। तभी तो हम सभी मूड फ्रेश करने के लिए किसी हिल स्टेशन पर घूमने जाते है। पूरा दिन खुश रहने के लिए सुबह के समय पार्क मे घूमने ज़रूर जाए |

दोस्तों, इस प्रकार खुश रहने के बहुत उपाय है और बस हमें उन्हें महसूस करने की आवश्यकता है। आप सभी से उम्मीद करते है की खुश कैसे रहे (khush kaise rahe) सवाल का हल आपको मिल गया होगा |


मंगलवार, 25 अप्रैल 2023

बिज़नेस आइडिया

 बिज़नेस आइडिया के बारे में जानें-

क्या आप अपना खुद का बिज़नेस (Business) शुरू करना चाहते हैं? इसे अभी शुरू करें। आप कैसे बिज़नेस शुरू करें (Kaise Business Shuru kare) और किस तरह का बिज़नेस शुरू करें, इसके बारे में ज़्यादा ना सोचें। हर बिज़नेस के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। बिज़नेस की सफ़लता आपके जुनून, समर्पण और धैर्य पर भी निर्भर करती है। लक्ष्य प्राप्त करने में आपका टैलेंट भी बहुत मायने रखता है। आज इस लेख में कुछ ऐसे ही सफ़ल स्मॉल बिज़नेस (Successful Small Business Idea) के बारे में चर्चा करते हैं जिन्हें शुरू करने के लिए कम पैसे और ज़्यादा लगन की ज़रूरत है और जो अभी तक लोगों के लिए लाभदायक ही साबित हुए हैं।

भारत में सबसे सफल बिज़नेस

1. ब्रेकफास्ट ज्वाइंट (Breakfast Joint)

जीवन की तीन बुनियादी आवश्यकताओं में से एक खानपान, व्यवसाय के लिए एक बेहतर विकल्प है। इसलिए, छोटे पैमाने पर
बिज़नेस (Small Scale Business) शुरू करने के लिए ब्रेकफास्ट ज्वाइंट एक अच्छा बिज़नेस है।

इस बिज़नेस में जब तक अच्छा भोजन परोसा जाएगा तब तक आपके पास ग्राहकों की कमी कभी नहीं होगी। बेशक, एक स्टार्ट-अप बिज़नेस (Start-up) के लिए आपके पास बहुत से खाने के विकल्प (Food options) या बड़ी मेन्यू-लिस्ट होने की ज़रूरत नहीं है। इसकी शुरुआत केवल खाने के कुछ विकल्पों के साथ की जा सकती है, जैसे कि पारंपरिक नाश्ता जिसके साथ स्नैक्स (Snacks) भी रखे जा सकते है। अगर आपके पास फण्ड की कमी है तो आप बिज़नेस लोन भी ले सकते हैं।

2. जूस पॉइंट / शेक्स काउंटर (Juice Point) 

जैसे-जैसे लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरुक हो रहे हैं, वैसे-वैसे सॉफ्ट ड्रिंक्स के विकल्प के रूप में ताज़ा जूस (Fresh Juice) एक
लोकप्रिय स्वस्थ कोल्ड ड्रिंक के तौर पर उभर रहा है। यही वजह है कि जूस पॉइंट (Juice Point) जैसे व्यवसायों ने भारत में सफ़ल स्मॉल बिज़नेस (Successful Small Business)  के रूप में जगह बनाई है।

3. सिलाई / कढ़ाई (Tailoring/ Embroidery) 

ये एक और प्रमुख बिज़नेस है जो जीवन की मूलभूत ज़रूरतों से संबंधित है। सिलाई और कढ़ाई (Tailoring and Embroidery) का बिज़नेस स्टार्ट-अप बिज़नेस के रूप में दशकों से चलता आ रहा है। आमतौर पर यह बिज़नेस घरों में ही खोल लिया जाता है, और इन लोगों को बुटीक की ओर से ऑर्डर मिलता है। जैसा कि ये बिज़नेस पहले से ही चलता आ रहा है, इसलिए इसे बड़े स्तर पर भी करने में ज़्यादा जोखिम नहीं है। विशेष रूप से बड़े शहरों में, जहां सिलाई – कढ़ाई की बहुत मांग है। इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए आप मुद्रा लोन की सहायता भी ले सकते हैं, सरकार ये लोन इस तरह के व्यवसायों को खोलने या उन्हें बढ़ाने के लिए देती हैं।

4. ऑनलाइन बिज़नेस (Online Business)

वर्तमान में इंटरनेट से जुड़ना बहुत ज़्यादा ज़रूरी हो गया है और ज़्यादातर व्यवसाय ऑनलाइन भी मौजूद हैं। यह साबित हो
चुका है कि, ऑनलाइन उपस्थिति वाले स्मॉल बिज़नेस (Small Business) उन व्यवसाय से बेहतर हैं जिनकी ऑनलाइन उपस्थिति नहीं है।तो अब इस तरह के छोटे बिज़नस भी शुरू हो रहे हैं जो इन ऑनलाइन मौजूद व्यवसायों को अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। यही कारण है कि
सोशल मीडिया विशेषज्ञ (Social Media Specialist), ब्लॉगर्स (Blogers), वेबसाइट डिज़ाइनर और डेवलेपर की डिमांड इन दिनों ज़्यादा है। ऐसे व्यवसायों को केवल बुनियादी कंप्यूटर प्रणाली, सॉफ्टवेयर और हाई स्पीड इंटरनेट की ज़रूरत होती है। घोस्ट राइटिंग (Ghost Writing), फ्री-लांसिंग (Freelancing) और ऑनलाइन ट्रांसलेशन सर्विस जैसे व्यवसायों को सफलतापूर्वक ऑनलाइन चलाया जा सकता है।

5. ब्लॉगिंग (Blogging)

अगर आपको घर बैठे पैसे कमाने के लिए इंटरनेट आधारित छोटा बिज़नेस (Small Business)  करना है तो आप ब्लॉगिंग, वी-लॉगिंग (Video Blogging) के ज़रिए बिज़नस कर सकते हैं। यहां दिलचस्प बात ये है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस विषय पर लिखते हैं या किसके बारे में वीडियो बनाते हैं। यहां तक कि बहुत से बड़े कलाकार भी हैं, जो अपनी पहुंच को बढ़ाने के लिए इसे एक अच्छा तरीका मानते है, जिनमें स्टैंड-अप कॉमेडियन भी शामिल हैं। उद्देश्य यही होता है कि दिलचस्प कॉन्टेंट के माध्यम से व्लॉग के दर्शकों या ब्लॉग के पाठकों की संख्या बढ़े। कुछ व्लॉग प्लेटफार्मों के मामले में दर्शकों की संख्या के आधार पर भुगतान किया जाता है. जबकि अधिकांश ब्लॉग के मामले में, गूगल एडसेंस (Google Adsense) के माध्यम से विज्ञापन मिलते हैं।

6. कुकरी क्लासेस (Cookery Classes)

यदि आप एक कुशल प्रोफेशनल कुक हैं, लेकिन कोई रेस्तरां या फूड ट्रक बिज़नेस (Food Truck Business) शुरू नहीं करना चाहते हैं, तो आपके लिए एक विकल्प है – कुकरी क्लास (Cookery Class)। यह स्मॉल बिज़नेस (Small Business) भारत में शहरी परिवारों के बीच ज़ोर पकड़ रहा है। ये क्लासेस व्यक्तिगत रूप से और ऑनलाइन दोनों रूप में दी जा सकती हैं या एक ब्लॉग भी बनाया जा सकता है जिसमें आप दूसरों को खाना बनाना सिखाते हैं।

7. डे-केयर सेवाएं (Daycare Services)

भारत में कामकाजी मांओं (Working Mothers) के लिए ऑफिस में बच्चे ले जाने की सुविधा अभी तक प्रदान नहीं की गई है और इसलिए महिलाओं को शादी के बाद नौकरी करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसलिए डे-केयर सर्विस (Daycare Service) की मांग बढ़ती जा रही है। इसमें आपको ऐसे कर्मचारियों की ज़रूरत होगी जो बच्चों के साथ आसानी से घुल मिल जाएं और आपको ऐसा वातावरण बनाना होगा जो बच्चों के लिए अनुकूल व सुरक्षित हो ताकि माता-पिता बिना किसी चिंता के अपने बच्चों को दिनभर के लिए वहां छोड़कर जा सकें।

8. डांस सेंटर (Dance Centre)

यदि आप एक अच्छे डांसर या कोरियोग्राफर (Choreographer) हैं, तो आप आसानी से किराए पर जगह लेकर एक डांस सेंटर (Dance Centre) शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आप जो निवेश करेंगे, वो केवल आपके डांस सेंटर के प्रचार व प्रसार के लिए होगा। यदि आप अच्छा डांस नहीं करते हैं, तब भी आप डांस टीचर्स (Dance Teachers) को काम पर रख कर डांस एकेडमी (Dance Academy) चला सकते हैं।

9. फोटोग्राफी (Photography)

कभी-कभी आपका शौक आपको पैसा कमाने में मदद कर सकता है, बस आपको इसे एक पेशा (Professional) बनाने और एक व्यवसाय के रूप में आगे बढ़ाने के लिए अपने शौक पर कुछ अतिरिक्त समय लगाने की आवश्यकता होती है। फोटोग्राफी (Photography) उन शौक में से एक है जो पेशे में बदला जा सकता है। इसके लिए एकमात्र निवेश एक बेहतर कैमरा होगा, जिससे फोटोग्राफी की जाएगी। बाकी सब आपकी सटीकता और तस्वीरें लेने का टैलेंट है जो आपको एक अच्छा फोटोग्राफर (Photographer) बना देगा।

10. योग प्रशिक्षक (Yoga Instructor)

योग का ज्ञान और सभी ‘योग आसनों’ का अभ्यास करने की आदत एक अच्छे योग प्रशिक्षक (Yoga Instructor) के गुण होते हैं। योग को सभी स्ट्रेस बस्टर तकनीकों से बेहतर माना जाता है और दुनियाभर में इसका अच्छा प्रभाव देखने को मिला है। योग प्रशिक्षकों की भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी अधिक डिमांड हैं। इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए कोई निवेश नहीं करना पड़ता है।

11. मैरिज ब्यूरो (Wedding Bureau) 

शादी के ऑनलाइन पोर्टल्स के अलावा, छोटे शहरों और कस्बों में वेडिंग ब्यूरो (Wedding Bureau) अधिक प्रचलित हैं। परिवार कोई भी फैसला करने से पहले व्यक्तिगत रूप से अन्य परिवारों से मिलने पर विचार करते हैं। इसलिए, स्मॉल ऑफिस स्पेस, 1-2 स्टाफ मेंबर, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और आपके कॉन्टेक्ट्स आपको एक सफल व्यवसायी बना सकते हैं।

12. ट्रैवल एजेंसी (Travel Agency)

ट्रैवल एजेंसी (Travel Agency) के लिए कुछ सर्टिफिकेट और एक आकर्षक ऑफिस चाहिए होता है। जब लोग घूमने जाते हैं तो उनका एक उद्देश्य ये भी होता है कि वो किसी तरह के पेचीदा काम में ना फंसे और रिलैक्स रह सकें, इसलिए ट्रैवल से लेकर होटल बुकिंग तक के लिए लोग ट्रैवल एजेंसी (Travel Agency) की सेवाएँ लेना पंसद करते हैं। सफल ट्रैवल एजेंट वह है जो दूसरों को आसानी और सुविधा के साथ यात्रा करवा सकता है। आपके पास दुनिया भर की उन जगहों की जानकारी होनी चाहिए जहाँ लोग यात्रा करना चाहते हैं। यह वर्तमान में सबसे कामयाब छोटे व्यवसायों में से एक है।

13. सैलून (Salon)

सैलून (Salon) खोलना मेट्रो शहरों में सबसे अधिक ट्रेंडिंग बिज़नेस (Tranding Business) का विकल्प है। युवा प्रेज़ेंटेबल दिखने में ज़्यादा रुचि रखते हैं। इसलिए, लगभग हर सैलून (Salon) में अच्छी- खासी संख्या में ग्राहक आते हैं चाहे वह किसी भी स्थान पर हो। सैलून मालिक त्यौहारों या शादी के मौसम के दौरान भारी मुनाफा कमाते हैं।

14. रियल एस्टेट एजेंट (Real State Agent)

यदि आप एक अच्छे सेल्सपर्सन हैं और लोगों को निवेश करने या घर खरीदने के लिए मना सकते हैं, तो यह व्यवसाय आपके लिए ही है। ऑफिस खरीदना या किराये पर लेना इसमें एकमात्र निवेश है, इसके अलावा आपको कई प्रकार की प्रॉपर्टी और डॉक्युमेंटेशन प्रोसेस की अच्छी जानकारी होनी चाहिए, तभी आप एक अच्छे रियल एस्टेट ऐजेंट (Real Estate Agent) बन सकते हैं। पब्लिक रिलेशन और कम्युनिकेशन अच्छा होने से आपको एक सफल रियल एस्टेट एजेंट बनने में मदद मिलती है।

15. प्लेसमेंट सर्विस (Placement Service)

किसी भी कंपनी या संस्थान में HR यानी ह्यूमन रिसोर्स (Human Resource) का काफ़ी महत्व होता है और अच्छी प्लेसमेंट से एक कंपनी की ग्रोथ में काफ़ी मदद मिलती है। तो प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ टाई-अप करने और अच्छे कर्मचारियों को अपने साथ रखने से यह कम लागत वाला अच्छा स्मॉल बिज़नेस बन सकता है।

16. आइसक्रीम पार्लर (Icre cream Parlour)

एक खास मौसम का व्यवसाय होने के बावजूद, अभी भी आइसक्रीम पार्लर (Ice cream Parlour) छोटे व्यवसायों के मामले में हिट बिज़नेस (Hit Business) में से एक है। इस बिज़नेस के लिए आपको किसी भी विशिष्ट आइसक्रीम ब्रांड की फ्रैंचाइज़ी खरीदने और पार्लर खोलने के लिए दुकान किराये पर लेने में निवेश करना होता है।

17. हैण्डक्राफ्ट सेलर (Handcraft Seller)

भारत सरकार ने कई राज्यों में हैण्डक्राफ्ट प्रोडक्ट्स (Handcraft Products) की बिक्री को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद मोदी भी अक्सर वोकल फोर लोकल (Vocal for local) की बात करते नज़र आते हैं। लोग भी इस तरह के हैण्डक्राफ्ट प्रोडक्ट पसंद कर रहे हैं जैसे विभिन्न धातुओं के बर्तन, पेंटिंग, शॉल, कालीन, लकड़ी के बर्तन, मिट्टी के बरतन, कशीदाकारी के सामान, और कांस्य और संगमरमर की मूर्तियां आदि शामिल हैं। इनमें से कुछ प्रोडक्ट के साथ भी आप एक हैण्डक्राफ्ट स्मॉल बिज़नेस (Handcraft Small Business) शुरू कर सकते हैं।

18. कोचिंग क्लासेस (Coaching Classes)

शिक्षा विविधता का क्षेत्र है और कम लागत वाला एक अच्छा बिज़नेस आइडिया (Business Idea) भी। प्रतिस्पर्धा के इस दौर में बच्चे सिर्फ स्कूल की शिक्षा पर निर्भर नहीं होना चाहते हैं और अच्छे मार्क्स के लिए वो कोचिंग क्लासेस (Coaching Classes) जॉइन करते हैं। बल्कि कोरोनावायरस महामारी के बाद तो ऑनलाइन कोचिंग (Online Coaching) की ओर लोगों का रुझान ज़्यादा बढ़ा है। इसलिए यह व्यवसाय वर्तमान के सबसे सफल स्मॉल बिज़नेस (Successful Small Business) में से एक है।

19. कन्सल्टेंसी (Consultancy)

लगभग हर क्षेत्र को इसके विकास में सहायता के लिए सलाहकारों की आवश्यकता होती है। आईटी, फाइनेंस, मार्केटिंग, एचआर, अकाउंट्स, लॉ, हेल्थकेयर, सोशल मीडिया आदि के अच्छे ज्ञान वाले लोग अपनी कंसल्टेंसी कंपनी खोल सकते हैं और अच्छा पैसा कमाने के लिए बड़े कॉरपोरेट्स के साथ लिंक कर सकते हैं।

20. बुटीक स्टोर (Boutique)

यह देश के पारंपरिक छोटे पैमाने के व्यवसायों (Small Scale Business) में से एक है। जो महिलाएं सिलाई के कपड़े पसंद करती हैं और नवीनतम फैशन ट्रैंड से अपडेट होती हैं, वे कहीं भी बुटीक स्टोर चला सकती हैं। बुटीक स्टोर को घर से ही चलाया जा सकता है जिसके लिए केवल ज़रूरी निवेश करना पड़ता है।



सोमवार, 24 अप्रैल 2023

विदेश यात्रा पहली बार

 

पहली बार विदेश यात्रा करते समय बातों का रखें ध्यान-

पहली बार अंतरराष्ट्रीय यात्रा करते समय हमें बेहद खुशी होती है, लेकिन उस खुशी के साथ ही हमें जरूरी बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। इससे न आपको यात्रा करने में कोई परेशानी होगी, बल्कि बिना किसी टेंशन के अपनी जर्नी पूरी कर पाएंगे।

पहली बार देश से बाहर निकलकर विदेश यात्रा करने का उत्साह हमारे अंदर सारी भावनाओं को एक साथ ले आता है। जहां विदेश यात्रा पर खुलकर मजे तो किए ही जाते हैं, लेकिन इस बात से आप इंकार नहीं कर सकते कि विदेश यात्रा अपने आप में ही एक चुनौतीपूर्ण और मुश्किल भरी यात्रा है। हालांकि आपको घबराने की जरूरत नहीं है, अगर आप पहली बार विदेश यात्रा के लिए जा रहे हैं, तो एक चेकलिस्ट तैयार कर लें। यह चेकलिस्ट आपकी यात्रा के आखिर तक आपकी मदद करेगी। अगर आपको अभी भी समझ नहीं आ रहा कि चेकलिस्ट में क्या लिस्टिंग करें, तो ऐसे में हम आपकी सहायता करेंगे।

दस्तावेजों को सुरक्षित और एक जगह पर रखें

विदेश यात्रा के लिए कई तैयारियों और बुकिंग की जरूरत पड़ती है। ऐसे में आपको सब कुछ मैनेज करने के लिए एक सिस्टम तैयार करना होगा। अच्छा होगा अगर आप हर डाक्यूमेंट्स की सॉफ्टकॉपी और हार्ड कॉपी दोनों साथ में लेकर जाएं, फिर चाहे वो फ्लाइट टिकट, होटल बुकिंग पासपोर्ट ही क्यों न हो। इन कॉपीस को एक जगह बैकपैक या किसी पर्स में रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर जल्दी से उन्हें निकाला जा सके। इसके अलावा इन डाक्यूमेंट्स की फोटो खींचकर आप फोन में भी रख लें।

हर देश के बनें कानून को यात्रा करने से पहले जरूर पढ़ लें

जहां आप सफर करने जा रहे हैं, वहां से जुड़े कानून, संस्कृति आदि की जानकारी जुटा लें। उदाहरण के लिए, अगर आप सिंगापुर विदेश यात्रा करने जा रहे हैं, तो वहां अपने साथ च्युइंग गम न ले जाएं, या फिर आप स्पेन में ड्राइविंग करते समय हवाई चप्पल नहीं पहन सकते। अच्छा होगा अगर आप उस देश के कानून और लोगों के प्रति अच्छी भावना रखें।

विदेशी मुद्रा ले जाने का सबसे आसान तरीका

विदेश यात्रा में पैसे इस्तेमाल करने के कई विकल्प मौजूद होते हैं जैसे नकद, ट्रैवलर्स चेक, अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड और फॉरेक्स कार्ड। अक्सर कई देशों में पैसा निकालने पर लिमिट होती है, इसलिए आप निर्धारित सीमाओं का ध्यान रखें। विदेश यात्रा के लिए बड़ी रकम में कैश साथ में रखना आसान बात नहीं है, ऐसे में, एक प्रीलोडेड कार्ड का इस्तेमाल करें। यही विकल्प कैशलैस यात्रा के लिए बेहद अच्छा है। सुविधापूर्ण विदेश यात्रा के लिए अपना बजट बनाकर चलें।

नई भाषा के लिए तैयार रहें

विदेश यात्रा करते समय सबसे बड़ी चुनौती जो देखने को मिलती है वो है गैर-अंग्रेजी भाषी देशों में बात करना। अगर आपको अंग्रेजी नहीं आती तो टूटी फूटी अंग्रेजी में हम सामने वाले व्यक्ति को समझा देते हैं, लेकिन अगर वो देश ही केवल अपनी भाषा में बोलता हो, तो यह काम बेहद मुश्किल भरा हो सकता है। हमारी सलाह है कि जाने से पहले कुछ स्थानीय भाषा में 'सहायता', 'भोजन', 'शौचालय' जैसे शब्दों का अनुवाद लिखकर ले जाएं। हालांकि अनुवाद में आपकी मदद गूगल भी कर देगा, लेकिन फिर भी अपनी सुरक्षा अपने हाथ में।

खाने में थोड़ी सावधानी बरतें

विदेश यात्रा पहली हो या दसवीं, वहां का खाना आपके लिए नया ही होता है। हालांकि हर चीज का जायका लेना मजेदार हो सकता है, लेकिन यह जरूरी तो नहीं कि आपके पेट को सभी पकवान सूट कर जाएं। हर देश के स्ट्रीट फूड बेहद फेमस होते हैं, तो उन्हें ट्राय करने से पहले एक बार रिसर्च कर लें। अगर आपको बाहर का खाना खाने में डर लगता है, तो आप अपने साथ पैक्ड फूड भी लेकर जा सकते हैं। इससे पैसे की बचत होगी और आप बीमार भी नहीं पड़ेंगे।








शारीरिक स्वास्थ्य

 

शारीरिक स्वास्थ्य

  1. जीवनचर्या तय करें

हालांकि हमारे पेशेवर जीवन में काफी अड़चनें आ गई हैं और हम में से अधिकांश लोग घरों से काम कर रहे हैं, इसके बावजूद यह जरूरी है कि हम अपने लिए एक रूटीन तय करें और उस पर कायम रहें। दिनचर्या सुनिश्चित हो तो इससे तनाव घटता है और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। आपके रुटीन में बच्चों को उनकी पढ़ाई में मदद करना, घर से ऑफिस के काम पूरे करना, खाना बनाना, घर के दूसरे काम करना और आसन, व्यायाम, प्रणायाम आदि स्वास्थ्य संबंधी उपाय भी शामिल हों तो बेहतर है।

 

  1. स्वास्थ्यकर भोजन करें और खाने का समय निश्चित रखें

स्वास्थ्यकर भोजन बहुत महत्वपूर्ण है। चीनी युक्त पेय पदार्थों की बजाय अधिक से अधिक पानी का सेवन करें, अपने भोजन में सोडियम और नमक का उपयोग घटाएं। भोजन कम घी, तेल और बटर से पकाएं। ज्यादा फैट वाले मीट की बजाय सीफूड खाएं, ज्यादा से ज्यादा सब्जी और फल खाएं। घर पर रहने की वजह से आपके खान-पान पर भी असर पड़ सकता है। शोध बताते हैं कि अनियमित और असमय भोजन करने से आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। घर पर रहते हुए, आपको सलाह दी जाती है कि अपने भोजन की नियमितता बनाए रखें।

 

  1. नींद पूरी करें

नियमित रूप से आप जितना सोते थे, उसे जरूर पूरा करने की कोशिश करें क्योंकि पर्याप्त नींद बहुत जरूरी है। हर रोज के लिए सोने का एक सामान्य समय और उठने का समय तय रखें। इससे आप बेहतर रूप से नींद पूरी कर पाएंगे और सुबह उठते हुए तरो-ताजा महसूस करेंगे। साक्ष्य बताते हैं कि जो लोग नींद पूरी नहीं करते उनको ज्यादा मानसिक और शारीरिक समस्याएं होती हैं। नींद की कमी से आपकी मौजूदा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। अगर आप रात को पर्याप्त (वयस्कों के लिए 7 से 9 घंटे) नींद पूरी करते हैं तो इससे आपकी सीखने की क्षमता, स्मृति, मूड और हृदय का स्वास्थ्य बेहतर होगा और साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर रहेगी।

 

  1. व्यायाम/योग

इन दिनों आप घरों में जरूर हैं, लेकिन सक्रिय रहना और शरीरिक गतिविधियों को जारी रखना बहुत जरूरी है। व्यायाम और योग से आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों ही बेहतर हो सकता है। अगर आपके इलाके में इस पर कोई प्रतिबंध नहीं हो तो आप बाहर निकल कर टहल लें। अगर बाहर जाने की इजाजत नहीं है तो भी कई व्यायाम हैं जो आप आसानी से घर के अंदर कर सकते हैं, जैसे एक ही जगह पर खड़े-खड़े उछलना, दंड बैठक या पुश-अप। या फिर घर के अंदर एक जगह पर बैठे रहने की बजाय कोशिश कीजिए कि कुछ-कुछ देर अंदर सीमित जगह पर ही टहलते रहें। आप चाहें तो अपने व्यायाम में थोड़ा वजन उठाने को भी शामिल कर सकते हैं। इसके लिए अगर डंबल आदि नहीं हैं तो पानी की बोतल या केन का उपयोग कर सकते हैं। इसी तरह योग तो छोटे कमरे में भी किया जा सकता है।

 

  1. घर से काम करते हुए उत्पादकता बढ़ाएं

बहुत से लोग इन दिनों घरों से दफ्तर का काम कर रहे हैं। अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य ऐसा कर रहा है तो नीचे दिए कुछ नुस्खे अपना सकता है। इससे इस नए माहौल में काम करते हुए वह अपनी उत्पादकता बढ़ा सकता है-

5.1 घर के अंदर ही एक कार्यस्थल बना लें

घर में अपनी सीमित जगह के अंदर ही अपने काम करने का स्थान तय कर लें। यह चाहे खाली पड़ा गेस्ट रूम हो या फिर आपके डिनर टेबल का ही एक कोना हो। इससे आपको ऑफिस में या काम पर होने का एहसास होगा। साथ ही घर और दफ्तर के काम का फर्क भी बना रहेगा। अगर इस जगह पर कुछ प्राकृतिक रोशनी, ताजी हवा, एक-दो पौधे या बाहर का नजारा दिखे तो इससे आपका मूड बेहतर बना रहेगा और आपकी रचनात्मकता और उत्पादकता बनी रहेगी।

5.2 चहल-पहल करें

काम करते हुए भी यह सुनिश्चित करें कि हर घंटे कम से कम एक-दो मिनट के लिए भी उठ कर खड़े हों जाएं। लंबे समय तक बैठे रहने से आपके शरीर का मेटाबोलिज्म घट सकता है, जिसका स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर होगा। कुछ मिनट के लिए खड़े रहने, स्ट्रेचिंग करने, टहलने से काम पर आपका ध्यान और बढ़ेगा।

5.3 काम के अतिरिक्त भी समय उपलब्ध रखें

अपने प्रियजनों के साथ समय बिताना नहीं भूलें, जो किताब महीनों से आल्मारी में पड़ी है, उसे पढ़ने का समय निकालें। खाना बनाने, साफ-सफाई करने और व्यायाम करने का समय निकालें। आप रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ साप्ताहिक वीडियो चैट का समय भी तय कर सकते हैं।

 

6.नई हॉबी आजमाएं

तात्कालिक समस्या के बारे में ही सोचते रहने की बजाय कुछ नया आजमाएं! कोई नई हेल्दी चीज पकाएं। किसी नई आर्ट में हाथ आजमाएं, जो तनाव घटाने, रचनात्मकता बढ़ाने, चिंता व अवसाद दूर करने और बुजुर्गों में स्मृति बनाए रखने में प्रभावी पाई गई हैं।

जिम डाइट प्लान

 जिम डाइट प्लान चार्ट-

  • नाश्ता: ओट्स और केले से बने पैन केक और एक ग्लास प्रोटीन शेक
  • लंच (दोपहर का खाना): मल्टीग्रेन रोटी के साथ पालक चिकन और एवोकाडो शिमला मिर्च का सलाद
  • वर्क आउट के पहले का स्नैक: केला
  • रात का खाना (इसे व्यायाम के बाद ही ग्रहण करें): ब्राउन राइस, मटर पनीर करी, अंकुरित सब्जियों का सलाद
  • जिम डाइट प्लान में शामिल करने के लिए उचित खाद्य पदार्थ

    मुख्य रूप से तीन मैक्रोन्यूट्रिएंट्स हैं जो शारीरिक कार्यों को संतुलित बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और यहां तक ​​कि ताकत और संरचना में बदलाव को बढ़ावा देते हैं – वे हैं कार्ब्स, प्रोटीन और वसा (फैट)। इसलिए, यह आवश्यक है कि हम अपनी प्रगति की निरंतरता बनाये रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में तीनों मैक्रोज़ का उपभोग करें। आइए देखें कि मांसपेशियों को बढ़ाने और वजन घटाने के लिए आपको अपने जिम आहार योजना (डाइट प्लान) में कौन से महत्वपूर्ण पोषक तत्व शामिल करने चाहिए।

    कार्बोहाइड्रेट्स 

    सबसे पहले, कार्बोहाइड्रेट शरीर के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत हैं और इसलिए व्यायाम कि प्रगति को बढ़ावा देने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कार्बोहाइड्रेट दो अलग-अलग प्रकार के होते हैं, जटिल और सरल (काम्प्लेक्स एंड सिंपल)। जटिल कार्ब्स को पचाने में ज़्यादा समय लगता है और सरल कार्ब्स कम समय में पच जाते हैं।

    इसके अलावा, जटिल कार्बोहाइड्रेट शरीर को लंबे समय तक धीमी गति से ऊर्जा प्रदान करते रहते हैं और इसका एक बड़ा लाभ होता है। जबकि सरल कार्बोहाइड्रेट शरीर को एक अल्पकालिक, तेजी से रिलीज करने वाली ऊर्जा प्रदान करते हैं, और उनमें बहुत कम पोषण मूल्य होता है।

  • इसलिए, आपको उचित जिम डाइट प्लान में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन करना चाहिए। उदाहरण के लिए साबुत अनाज, बीन्स, नट्स, फल और सब्जियां, जो जटिल कार्ब्स का सबसे बेहतरीन स्त्रोत हैं। 

    प्रोटीन

    तक़रीबन सभी लोग, ख़ास तौर पर जिम जाने वाले लोग इस बात को अच्छी तरह समझते हैं कि प्रोटीन का सेवन महत्वपूर्ण है। प्रोटीन के इस महत्व का मूल कारण यह है कि यह रिकवरी और मांसपेशियों की मरम्मत में सहायक होते हैं। इसीलिए, एक संतुलित जिम डाइट प्लान में प्रोटीन-युक्त आहार जरूर शामिल करना चाहिए। व्यायाम के दौरान, आपका शरीर खिचाव और तनाव महसूस करता है। इससे सूक्ष्म स्तर पर मांसपेशियों को नुकसान होता है। प्रोटीन इस क्षति की मरम्मत के लिए आवश्यक होते हैं। संतुलित मात्रा में प्रोटीन के बिना मांसपेशियों की पुनर्प्राप्ति की अवधि बढ़ जाएगी और अत्यंत थकान भी स्वतः महसूस हो सकती है।

    वैसे तो सबसे अधिक प्रोटीन के स्त्रोत पशु उत्पाद जैसे लीन मीट, अंडे और डेयरी हैं। पर शाकाहारी आहार लेने वाले लोग भी कुछ बीजों, नट्स (मेवे), फलियों और सोया जैसे खाद्य पदार्थों के सेवन से भी प्रोटीन अर्जित कर सकते हैं।

  • वसा (फैट)

    अक्सर लोग वासा (फैट) को एक नकारात्मक दृष्टि से देखते हैं। एक मिथक ये है कि वसा का सेवन चर्बी बढ़ने का प्राथमिक कारण है। हालांकि, पूरी तरह से वसा इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं और वसा वास्तव में पोषक तत्वों के अवशोषण और परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, वसा हृदय स्वास्थ्य और हार्मोन उत्पादन पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।

    यह सत्य है कि वसा स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, लेकिन इसे कई प्रकार में विभाजित किया जा सकता है। इनमें से कुछ जिम आहार योजनाओं (डाइट प्लान) में दूसरों की तुलना में अधिक लाभकारी होते हैं। हाल के अध्ययनों से पता चला है कि संतृप्त वसा (सैचुरेटेड फैट) उतना हानिकारक नहीं है जितना माना जाता है, पर फिर भी आपको मुख्य रूप से असंतृप्त वसा (अनसेचुरेटेड फैट) का सेवन करना चाहिए, क्यूंकि ये ज़्यादा लाभकारी हैं। 

    असंतृप्त वसा वाले खाद्य पदार्थों के उदाहरणों में एवोकाडो, बीज, नट्स, पीनट बटर, मछली (सैल्मन, टूना, मैकेरल), तेल (जैतून, मूंगफली), और सोया उत्पाद शामिल हैं, जिन्हें आप अपने जिम आहार योजना (डाइट प्लान) में शामिल कर सकते हैं।

    जिम डाइट – प्री-वर्कआउट फूड्स (कसरत करने के पहले खाये जाने वाले आहार)

    शरीर को ऊर्जा प्रदान करने और जिम में की जाने वाली कसरत का पूर्ण लाभ उठाने के लिए, जिम के पूर्व किये जाने वाले भोजन में कार्बोहाइड्रेट पर ध्यान दें। यदि ऊर्जा का स्तर उप-इष्टतम है, तो प्रदर्शन को नुकसान होगा और जिम में की जाने वाली कसरत के परिणामों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

    जिम में एक बेहतर प्रदर्शन और शरीर को विकसित करने के लिए, जटिल कार्बोहाइड्रेट का सेवन करें। आप साबुत अनाज, जई, बीन्स, नट्स, फल और सब्ज़ियों का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, ध्यान रखें कि वर्कआउट से ठीक पहले इनका सेवन न करें क्योंकि इन्हें पचने में समय लगता है। इसीलिए, इन्हें पूरी तरह पचाने के लिए व्यायाम से एक से दो घंटे पहले ही जटिल कार्ब्स का सेवन करें।

    एक प्रभावी जिम डाइट प्लान में सरल (सिंपल) कार्बोहाइड्रेट पर ध्यान दें क्योंकि वे पचने में कम समय लेते हैं और शरीर को त्वरित ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसीलिए, ऊर्जा के स्तर और प्रदर्शन को बनाए रखने के लिए कसरत के दौरान कुछ सरल कार्ब्स का सेवन करना चाहिए। सफेद ब्रेड, जैम, ग्रेनोला, स्पोर्ट्स ड्रिंक्स और फल, सभी प्री-वर्कआउट एवं एनर्जी-बूस्टिंग स्नैक के विकल्प हैं।

    ये सत्य है कि आपको मुख्यतः कार्बोहाइड्रेट पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन जिम में कदम रखने से पहले कुछ प्रोटीन का सेवन करना भी महत्वपूर्ण है। मांसपेशियों की रिकवरी और वृद्धि  के लिए, प्रोटीन के स्तर को हमेशा उच्च स्तर पर बनाए रखना चाहिए।

    जिम डाइट – पोस्ट-वर्कआउट फूड्स (कसरत करने के बाद वाला आहार) 

    कसरत के बाद लिए जाने वाले पोषण का दोहरा उद्देश्य है। पहला, मांसपेशियों की रिकवरी को बढ़ावा देना और दूसरा ऊर्जा हासिल करना। इसलिए एक बार फिर से अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन और कार्बयुक्त खाद्य पदार्थों के सेवन पर ध्यान देना चाहिए।

    ट्रेनिंग के दौरान मांसपेशियों में सूक्ष्म कट्स आ जाते हैं जिन्हें मररमत की जरुरत होती है। प्रोटीन का सेवन करने से एक प्रक्रिया होती है जिसे मसल प्रोटीन सिंथेसिस (मांसपेशी प्रोटीन संश्लेषण) या एमपीएस के रूप में जाना जाता है। यह मरम्मत की प्रक्रिया भी शुरू करती है और मांसपेशियों के टूटने को भी रोकती है।

    इसके अलावा, व्यापक रूप से माना जाता है कि बेहतर प्रदर्शन के लिए, प्रोटीन लेने का समय अत्यंत महत्वपूर्ण है। हालांकि, हाल ही में हुए कई अध्ययनों ने संकेत दिए हैं कि प्रोटीन के सेवन की मात्रा, उसके समय की तुलना में अधिक महत्व रखती है। इसलिए, आपको कोशिश यह करना चाहिए की अधिक से अधिक प्रोटीन का सेवन कर, अपनी ज़रूरत के अनुसार प्रोटीन अपने शरीर को दें। 

    उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ, जैसे लीन बीफ, चिकन, पोर्क, टर्की, अंडे, डेयरी, बीज, क्विनोआ और नट्स को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसके अलावा, प्रोटीन पदार्थ, जैसे प्रोटीन शेक और प्रोटीन-बार का भी सेवन किया जा सकता है।

    कसरत के बाद कार्बोहाइड्रेट को भी अपने आहार का हिस्सा बनाना चाहिए क्योंकि व्यायाम के दौरान खर्च की गई ऊर्जा को फिर से हासिल करना आवश्य है। मांसपेशियों की क्षमता और आकर को बढ़ने के लिए आपके जिम डाइट प्लान में आवश्यक पोषक तत्व शामिल होने चाहिए।

    साथ ही एक उचित जिम डाइट प्लान के लिए, प्रोटीन और कार्ब्स का एक साथ सेवन करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे रिकवरी पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार, यह प्रोटीन और ग्लाइकोजन (ऊर्जा) संश्लेषण को बढ़ाता है। इसके अलावा, रिकवरी को अनुकूलित करने के लिए प्रोटीन से 3:1 कार्ब का अनुपात निर्धारित किया गया है।

  • सही पोषण के लिए करने और न करने योग्य बातें

    यह अंतिम खंड आपको जिम डाइट प्लान के सबसे अच्छे परिणामों के लिए आपके पोषण का ध्यान रखने हेतु कुछ मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डालेगा।

    कुछ करने योग्य चीज़ें:

    • सभी 3 मैक्रोन्यूट्रिएंट्स का सेवन करें
    • सुनिश्चित करें कि आप विटामिन और खनिजों से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन कर रहे हैं 
    • सरल कार्ब्स को नकार कर जटिल कार्ब्स चुनें
    • सुनिश्चित करें कि आप दिन भर नियमित रूप से प्रोटीन का सेवन कर रहे हैं
    • संतृप्त (सैचुरेटेड) और ट्रांस वसा नकार कर असंतृप्त वसा (उनसैचुरेटेड फैट) का सेवन करें
    • उन पदार्थों के सेवन को कम करें जो स्वास्थ्य और जिम की प्रगति को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है
    • अपने शरीर में हाइड्रेशन (पानी) के स्तर बनाए रखें

    नहीं करने योग्य कार्य: 

    • अपने आहार से किसी एक मैक्रोन्यूट्रिएंट को नहीं नकारें क्यूंकि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सारे मैक्रोन्युट्रिएंट्स जरुरी होते हैं।  
    • दिन के किसी भी आहार को न छोड़ें, खासकर कसरत से पहले या उसके बाद वाले आहार को।
    • कसरत शुरू करने के ठीक पहले एक “भारी” जटिल कार्ब ना खाएं।
    • प्रदर्शन को बढ़ावा देने के लिए सरल कार्ब्स पर बहुत अधिक भरोसा न करें।
    • कैलोरी प्राप्त करने के लिए खराब पोषण को विकल्प ना बनाएं। 

    सारांश 

    संक्षेप में, यह स्पष्ट है कि जब जिम में आपको प्रगति को बढ़ाना हो और आम तौर पर स्वास्थ्य में सुधार करना हो तो पोषण के कई पहलू हैं जिन पर विचार किया जाना चाहिए । इस प्रकार, इस लेख में उल्लिखित जिम डाइट प्लान और सुझावों का पालन करने से आप अपने प्रदर्शन और स्वास्थ्य में पर्याप्त बदलाव ला सकेंगे।


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