बुधवार, 26 अप्रैल 2023

खुश रहने की कला

 जानिए क्या है खुश रहने की कला-

  • 1 अपनी तुलना किसी के साथ न करें 
  • 2 सोशल मिडिया के टाइम में करें कटौती 
  • 3 सीमित करें मोबाइल का प्रयोग 
  • 4 अपने शौक को समय दें
  • 5 खुद को करें डेट 
  • 6 योग-ध्यान-प्रणायाम का अभ्यास करें 
  • 7 दूसरों की मदद करें

मन को कैसे खुश रखे (khush kaise rahe):-

तो आईए आज इस लेख मे विस्तार से मन को कैसे खुश रखे ?  इसके बारे मे जानने और समझने की एक सफल आनंदायक प्रयास करते है।

1. वर्तमान समय मे जिए :- अकसर देखा गया है की बीते हुए बुरे या कठिन समय की यादें हमे अकरण ही परेशान करती है। जिन्हें वर्तमान समय मे याद करके कोई लाभ नहीं है। अत: अपने वर्तमान (Present) समय को एन्जॉय करे |

2. व्यस्त रहे और मस्त रहे :- अगर आप अपने काम को मन लगाकर करेंगे तो निश्चित रूप से आपका मन एकाग्रचित रहेगा | और जब मन एकाग्र होता है तो ख़ुशी की अनुभूति होती है।

3. मैडिटेशन और योग करे :- नियमित रूप से योग और मैडिटेशन (ध्यान क्रिया) से आपका तनाव का स्तर कम होता है और शरीर और मन बहुत हल्का और प्रसन्न महसूस करता है। ध्यान करने से आप के मस्तिष्क को बहुत आराम मिलता है

4. अपने आत्म-विश्वास को बढ़ाए :- कोई भी निर्णय लेने की क्षमता आपके आत्म-विश्वास (Confidence level) पर निर्भर करती है। और आत्म-विश्वास ज्ञान और अनुभव से आता है। आत्म –विश्वास के साथ लिया हुआ निर्णय मन को हमेशा एकाग्र और शांत रखता है।

5. चहरे पर हमेशां मुस्कराहट रखे :- एक खुशनुमा व्यक्ति ही खुशनुमा माहौल बनाता है और एक छोटी सी मुस्कराहट इसके लिए काफी है। अत: कोशिश करे जब भी किसी से मिले गरमजोशी और मुस्कराते हुए मिले|

6. सीखने की ललक रखे :- एक सफ़ल व्यक्ति को देख कर अकसर हम ये सोचते है कि उसने तो जीवन मे सफलता हासिल कर ली, पर मैं नहीं कर पाया | और इस बात से हम उदास हो जाते है। जो की बिल्कुल भी सही नही ,बल्कि हमें उस सफल व्यक्ति से सीखना चाहिए की उसने कैसे उन सभी समस्यों का निवारण करके लक्ष्य को प्राप्त किया है।

7. अपनी तुलना कभी भी दुसरों से ना करे :- हर व्यक्ति की क्षमता और मिज़ाज अलग-अलग होता है। अत: किसी कार्य मे आप अच्छे हो सकते है और किसी कार्य मे कोई ओर | इसलिए अपने लक्ष्य, अपनी क्षमता और रूचि के हिसाब से क्रमबद्ध तरीके से बनाये और उन्हें पाने के लिए ख़ूब मेहतन करे | और अपने आप से संतुष्ट रहे | अगर आप ऐसा करते है तो आप को कभी भी खुश कैसे रहे (khush kaise rahe)जैसे सवाल का जवाब नहीं ढूढना पड़ेगा |

8. दुसरों मे अच्छाई देखे :- अपना मिजाज कुछ ऐसा बनाए की हमेशा दूसरों की अच्छी बातों को नोटिस करे और उनकी तारीफ जरुर करे | इससे आपसी मित्रता और सामंजस्य बढ़ता है। और अगली बार फिर से मिलने पर आपको अच्छा महसूस होगा |

9. अपनी सबसे पसंदीदा हॉबी को एन्जॉय करे :- मन को खुश रखने के लिए अपनी हॉबी को जरुर समय दे | क्योंकि यही वो समय होता है जो दिन-भर की थकान को दूर करके मन और शरीर को फिर से तरोतज़ा कर देता है।

10. दुसरों से ज्यादा उम्मीद ना रखे :- अगर हमेशा खुश रहना (hamesha khush rehnaहै तो दुसरों पर कम से कम निर्भर रहे | क्योंकि आप की अपेक्षा को आप से अच्छा कोई ओर नहीं समझ सकता है।

11. समस्यों से घबराये नहीं :- समस्यों को जीवन एक अहम् हिस्सा माने | समस्यों से घबराने की बजाय इन समस्यों से परिपक्वता के गुण ज़रूर सीखये | क्योंकि एक दौड़ (Race) मे विजय पाने के लिए hurdles (बाधाओं) को पार करने के बाद ही फिनिशिंग पॉइंट तक पंहुच पाते है।

12. प्रेरणादायक लोगों के संपर्क मे रहे :- आपने एक मशहूर कहावत ज़रूर सुनी होगी “खरबूजे को देख कर खरबूजा रंग बदलता है” ठीक उसी तरह आप जिस माहौल मे रहते है आपका मिजाज भी वैसा ही हो जाता है। अत: मन को खुश रखने के लिए अधिक से अधिक प्रेरणादायक और मोटिवेशनल लोगों और माहौल मे अपना समय हँसी-ख़ुशी के साथ व्यतित करे |

13. अपनी तारीफ ज़रूर करे :- जब भी किसी काम को शुरू करे अपनी स्वयं की हौसला हाफजाई ज़रूर करे | क्योंकि सेल्फ मोटिवेशन उत्साह और उमंग बढ़ाने मे सबसे ज्यादा कारागार है।

14. अपनी सोच क्रिएटिव और बड़ी बनाए :- हमेशा कुछ नया और नए तरीके से करने की कोशिश करे | इससे आप को कभी किसी कार्य मे बोरियत नहीं होगी | और आप हर कार्य को ख़ुशी और उत्साह के साथ कर पायेंगे |

15. ऊर्जावान संतुलित भोजन खाए :- स्वस्थ शरीर मे ही एक स्वस्थ मन का निवास होता है और स्वस्थ शरीर के लिए ऊर्जावान संतुलित भोजन अत्यंत आवशयक है। आपका मनपसन्द भोजन आपका मन खुश कर देता है।

16. सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंद की मदद करे :– जब भी किसी निर्धन या जरूरतमंद की मदद करते है तो मन को बहुत सुकुन मिलता है। अत: अपने सामर्थ्य अनुसार समय समय पर दान ज़रूर करे |

17. दुःख को कभी पहाड़ ना समझे :- जीवन मे सुख और दुःख आते-जाते रहते है और यह इस विधि का विधान भी है। अत: दुःख को हमेशा एक तुच्छ सी समस्या मानने से दुःख मे भी सुख की अनुभूति की जा सकती है।

18. अतित मे की गई भूल को फिर से करने से बचे :- गलती करना मनुष्य का स्वाभाव है परन्तु एक बार की गई गलतियों से सबक ज़रूर ले और वर्त्तमान समय मे उन्हे करने से बचे | यही गुण हमेशा खुश रहने का आधार है।

19. किसी भी काम को छोटा ना समझे :- कर्म ही पूजा है और कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है अगर ऐसा समझ कर आप किसी काम को पूरी निष्ठा से करते है। तो मन को बहुत ख़ुशी और सुकुन मिलता है।

20. अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय व्यतित करना खुश रहने के मूल मंत्र है।

21. सुबह के समय प्राकृतिक वातावरण मे रहे :- अगर आप हरे-भरे पेड़ या हरियाली वाली जगह पर रहते है तो आपका मन ज्यादा खुश रहता है। तभी तो हम सभी मूड फ्रेश करने के लिए किसी हिल स्टेशन पर घूमने जाते है। पूरा दिन खुश रहने के लिए सुबह के समय पार्क मे घूमने ज़रूर जाए |

दोस्तों, इस प्रकार खुश रहने के बहुत उपाय है और बस हमें उन्हें महसूस करने की आवश्यकता है। आप सभी से उम्मीद करते है की खुश कैसे रहे (khush kaise rahe) सवाल का हल आपको मिल गया होगा |


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