शुक्रवार, 14 अप्रैल 2023

महाकालेश्वर में दर्शन कैसे करें ?

 भस्मारती में शामिल होने के लिए आप एक माह पहले ही ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। इसके लिए आप सबसे पहली वेबसाइट www.mahakaleshwar.nic.in पर दिखावा करना चाहेंगे । यहां आप महाकालेश्वर मंदिर के भी लाइव दर्शन कर सकते हैं, इसके साथ ही भस्मारती के लिए बुकिंग भी कर सकते हैं।

उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल दर्शन आमतौर पर 30 मिनट से 1 घंटे तक का होता है।


उज्जैन कब जाना चाहिए?




उज्जैन घूमने का सबसे अच्छा समय कब है? उज्जैन में गर्मी बहुत तेज होती है। यहां गर्मियों में भारी गर्मी पड़ती है और सर्दियों में तेज़ सर्दी पड़ती है। इसलिए उज्जैन की यात्रा का सबसे अच्छा समय मार्च से अप्रैल और अक्टूबर से नवंबर के महीनों में होता है, इस समय मौसम अनुकूल होता है।


उज्जैन में रात क्यों नहीं रहते हैं?

पौराणिक कथाओं के अनुसार कोई भी राजा उज्जैन में रात्रि निवास नहीं करता है. क्योंकि आज भी बाबा महाकाल ही उज्जैन के राजा हैं. यदि कोई भी राजा या मंत्री यहां रात में ठहरता है, तो उसे इसकी सजा भुगतनी पड़ती है. भारत को हमेशा से ही ऋषि मुनियों का देश कहा गया है.


उज्जैन की मशहूर चीज क्या है?

1.महाकालेश्वर मंदिर मुख्य लेख: महाकालेश्वर मंदिर ...

2.श्री बडे गणेश मंदिर श्री महाकालेश्वर मंदिर के निकट हरसिध्दि मार्ग पर बडे गणेश की भव्य और कलापूर्ण मूर्ति प्रतिष्ठित है।

3.हरसिध्दि 

4.क्षिप्रा घाट

5. गोपाल मंदिर

6.गढकालिका देवी 

7.भर्तृहरि गुफा 

8.काल भैरव

महिलाओं को भस्म आरती देखने की अनुमति क्यों नहीं है?

जिस वक्‍त शिवलिंग पर भस्‍म चढ़ती है उस वक्‍त महिलाओं को घूंघट करने को कहा जाता है। मान्‍यता है कि उस वक्‍त भगवान शिव निराकार स्‍वरूप में होते हैं। इस स्‍वरूप के दर्शन करने की अनुमति महिलाओं को नहीं होती।

महाकाल का शिवलिंग किसने बनाया था?

The present structure was built by the Maratha general Ranoji Shinde in 1734 CE after Baji Rao I appointed him to collect taxes in malwa region. आगे का विकास और प्रबंधन शिंदे राजवंश के अन्य सदस्यों द्वारा किया गया, जिसमें महादजी शिंदे (1730 - 12 फरवरी 1794) और दौलत राव शिंदे की पत्नी बैजा बाई शामिल थीं।

क्या महाकालेश्वर मंदिर में फोन की अनुमति है?

सुरक्षा कारणों से मंदिर के अंदर फोन प्रतिबंधित रहेगा ।

महाकाल का दिन कौन सा होता है?

महाकाल की सवारी : उज्जैन के राजा महाकाल बाबा श्रावण मास में प्रति सोमवार नगर भ्रमण करते हैं और अपनी प्रजा को देखते हैं।


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